नमस्कार मित्रो आप सभी का ग्रह गोचर में स्वागत है दोस्तों आज हम बताने जा रहे है की आज केरल की तिरुवनन्तपुरम की प्रसिद्ध पर्व ओणम की त्यौहार क्यों मनाई जाते है एवं 2022 में ओणम की त्यौहार की दिन, दिनाक एवं समय कब है चलिए जानते है.
ओणम कैसे मनाया जाता है ?
ओणम केरल का एक मलयाली त्यौहार है यह पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है और घरों को फूलों तथा रंगोली से सजाया जाता है ऐसा माना जाता है की इस दिन राजा बली पृथ्वी से पाताल लोक से पृथ्वी पर आशीर्वाद देने आते है. इस दिन महिलाएं 21 प्रकार के भोजन बनाती है तथा स्नान आदि करने के बाद घरो को फूलो से सजाती है.
कौन थे राजा महाबली ? आइए जाने है विस्तार से
महिलाएं केरल का पराम्परिक नृत्य भी करती है वामन पुराण के कथा के अनुसार किसी समय राजा बली का पृथ्वी का शासन होता था और प्रजा सुखी एवं संपन्न थे. एक बार राजा बली देव विश्व विजेता बनने के लिए यज्ञ किया तब एक बरमचारी उनके द्धार पर आए और तीन पद भूमि का दान माँगा राजा बलि ने वचन दे दिया।
क्योकि राजा बलि वचन के बहुत पक्के थे. वरदान पाकर उस बर्ह्मचारी ने अपना आकर बदल कर एक पक्ष से पृथ्वी और दूसरे पक्ष से आकाश नाप लिया तीसरा पग्र रखने के लिए जगह ही नहीं बची तब राजा बलि ने नम्रता पूर्वक अपना शिष्य उनके चरणों में आगे कर दिया उस बर्ह्मचारी ने अपना पग्र राजा के शिष्य पर रख दिया फलस्वरूप राजा बलि पाताल में चले गए।
दोस्तों बर्ह्मचारी और कोई नहीं बल्कि स्वयं भगवान विष्णु थे बाद में भगवान् विष्णु ने वरदान दिया की राजा बलि वर्ष में एक बार अपनी प्रजा से मिलने के लिए पृथ्वी पर आया करेंगे। भारतीय पुराण के अनुसार खा जाता है की ओणम के त्यौहार पर राजा बलि केरल में आते है और दस दिनों तक निवास करते है उन्ही की यादों में ओणम का पर्व मनाया जाता है. ये त्यौहार श्रावण शुक्ल की त्रयोदशी प्रारम्भ होने पर ओणम की पर्व मनाई जाती है.
ओणम 2022 दिनांक एवं समय
दिनांक | प्रारम्भ समय |
गुरुवार, 8 सितंबर | 01:46 PM |
ओणम 2022 दिनांक एवं समय
दिनांक | समाप्त समय |
शनिवार, 10 सितंबर | 06:46 PM |
आशा और पूर्ण विश्वास है की यह जानकारी काफी पसंद आई होगी तो आप इस जानकारी को अपने दोस्तों एवं मित्रो के साथ शेयर करे एवं अपनी राय कमेंट में जरूर दे धन्यवाद !!